Election Commission
Election Commission: भारतीय निर्वाचन आयोग ने इलेक्ट्रोल बंद से जुड़ा डाटा जारी कर दिया है सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर स्टेट बैंक आफ इंडिया ने 12 मार्च को चुनाव आयोग से इलेक्ट्रोल बंद संबंधित डाटा उपलब्ध कराया था।
डेटा जैसे ही इलेक्शन कमीशन के पहुंचा, इलेक्शन कमीशन ने अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर जारी कर दिया जिससे यह डाटा अब हिंदुस्तान के एक-एक व्यक्ति के पास पहुंच चुका है कि किस-किस पार्टी को कितने कितने रुपए डोनेशन में प्राप्त हुए हैं।
इस डेटा के अनुसार भाजपा को 60 अरब से ज्यादा का चंदा मिला है हालांकि दूसरे नंबर पर देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस नहीं है अब आप यह जानना चाहते होंगे कि second नंबर पर कौन सी Party है।
दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की पार्टी है जिसे 1609 करोड रुपए का अब तक चंदा मिल चुका है और वहीं तीसरे नंबर पर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस है जिसे 1421 करोड रुपए का चंदा मिला है।
1214 करोड रुपए का चंदा प्राप्त करके चौथे नंबर पर बीजू जनता दल पार्टी है।
अप्रैल 2019 से फरवरी 2024 का डेटा
भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की ओर से यह जानकारी साझा किया गया है चुनावी बंद को लेकर यह डाटा जारी किया गया था सुप्रीम कोर्ट ने 15 मार्च तक इसी की वेबसाइट पर इसे सार्वजनिक करने का आदेश दिया था एसबीआई के रिपोर्ट में बताया कि अप्रैल 2019 से फरवरी 2024 के बीच अलग-अलग राजनीतिक की ओर से 22,217 चुनावी बांड की खरीद और इस्तेमाल पर पूरा डाटा जारी किया गया है।
पाकिस्तान की एक कंपनी ने भी बॉन्ड खरीद
यह मामला सुर्खियों में इसलिए बना हुआ है क्योंकि पाकिस्तान की एक कंपनी ने भी बॉन्ड खरीद कर बीजेपी को चंदा दिया है इस कंपनी ने आखिर बीजेपी को चंदा क्यों दिया इसका कारण जानने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को आदेश दिया है कि आप इसकी पूरी जानकारी निकाल कर हमें दें कि पाकिस्तान की यह कंपनी किस प्रकार की कंपनी है और यह क्या कार्य करती है और इसने बीजेपी को बंद खरीद कर चंदा क्यों दिया।
पाकिस्तान की कंपनी द्वारा मिले इस चंदे की कोई भी जानकारी बीजेपी की सरकार के पास नहीं है लेकिन सुप्रीम कोर्ट इस जानकारी को जानने के लिए काफी एक्टिव है और वह जानना चाहता है कि आखिर क्यों बीजेपी को चंदा प्राप्त हुए हैं।